वोट की ताकत ही समाज की दशा-दिशा बदल सकती है - कलेक्टर श्री गढ़पाले
टच-एण्ड-गो नहीं, जागरुकता का स्तर हो मापदण्ड
मास्टर ट्रेनर्स
ईव्हीएम के माध्यम से मतदाताओं को करेंगे मतदान के लिये जागरुक
3 से 8 नवंबर तक चलेगा मतदाता जागरुकता
अभियान
कटनी (02 नवंबर)- वोट की ताकत ही समाज की
दशा और दिशा दोनो बदल सकती है। आपका एक मत आपका भविष्य तय करेगा। इसलिये सभी मतदाता
बिना डर के, बिना भय के, बिना लोभ के निष्पक्ष होकर मतदान करें। यह जागरुकता मतदाताओं के अंदर लानी है।
यह बात कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी विशष गढ़पाले ने स्वीप गतिविधियों के लिये
नियुक्त किये गये दल के प्रशिक्षण में कही। उन्होने कहा कि आप महज मतदान केन्द्रों
में जाकर न बैठें। आप बस्तियों में जायें। वहां मतदाताओं के साथ परिचर्चा करें। उन्हें
मताधिकार की ताकत बतायें और नैतिक मतदान के प्रति प्रेरित करें। टच एण्ड गो के कांसेप्ट
पे नहीं जागरुकता के स्तर पर ध्यान दें।
कलेक्टर श्री गढ़पाले ने कहा कि जहां
मतदान केन्द्र परिवर्तित हुए हैं, उसकी जानकारी मतदाता जागरुकता अभियान के दौरान दी जाये। दिनॉंक
और समय पर फोकस करें। आदिवासी बस्ती जहां मतदाताओं के मन में भय है, उन्हें निर्भीक बनायें। ईव्हीएम
मशीनों का चौपाल लगाकर बस्तियों में प्रदर्शन करें। मतदाताओं को बतायें कि मशीन में
इस तरह वोट डालें। इतना ही नहीं कमजोर बस्तियों पर विशेष ध्यान दें। नैतिक मतदान के
प्रति मतदाताओं को पूर्ण मनायोग से जागरुक करें ताकि जब आप बस्ती छोड़ें तो आपको असर
का एहसास हो।
मतदाता जागरुकता अभियान के लिये 31 दल गठित
अल्प मतदान वाले केन्द्रों पर रहेगा
ध्यान, आज से प्रारंभ होगा अभियान
बड़वारा क्षेत्र के 9,
कटनी क्षेत्र के 4 एवं ढीमरखेड़ा क्षेत्र के
18 मतदान केन्द्रों
में अल्प मतदान प्रतिशत एवं अल्प महिला मतदान प्रतिशत वाले क्षेत्रों में स्वीप प्लान
एक्टिविटी के तहत यह अभियान आज 3 नवंबर से प्रारंभ होगा, जो निरंतर 8 नवंबर तक संचालित रहेगा।
इस काय्र में मतदाता जागरुकता शिविर स्थलों व मतदान केन्द्रों में जाकर शिविर समन्वयक
एवं मास्टर ट्रेनर्स, शिविर प्रभारी एवं बीएलओ, शिविर संयोजक एवं शिविर व्यवस्थापक संपूर्ण इस पुनीत कार्य में
अपनी संपूर्ण ताकत झोकेंगे। प्रत्येक मतदान केन्द्रों, शामिल दूसरे केन्द्रों, गॉंव-गॉंव तक इसकी गूंज कराते
हुये मतदान करने की अलख जगाने टोली आज प्रातः से निकलेगी।
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन
अधिकारी री गढ़पाले ने दल के समस्त अधिकारियों, कर्मचारियों को निर्देशित किया है
कि वे इन गॉंवों, मतदान केन्द्रों के प्रत्येक मतदाताओं तक पहुॅंच बनायें। स्वीप प्लान के अंर्तगत
उन्हें अधिकाधिक मतदान करने के लिये प्रेरित करें, उत्साहित करें, जागरुक करें।
ईव्हीएम मशीनों का करेंगे प्रदर्शन
शिविर में एमटी, ईव्हीएम मशीनों के प्रदर्शन
के माध्यम से जागरुकता अभियान संचालित करें। ग्राम पंचायत सचिव, पटवारी, ग्राम रोजगार सहायक,
कोटवार शिविर में अधिकाधिक
उपस्थिति के लिये घर-घर दस्तक देंगे। मुनादी करायेंगे। किये गये कार्यों की प्रतिदिन
रिपोर्ट से जिला निर्वाचन कार्यालय को अवगत करायें।
मुनादी कर करें जागरुक
प्रत्येक मतदान केन्द्रों
में शिविर दिनांक के पूव्र मुनादी कराई जाये। मतदाताओं की उपस्थिति सुनिश्चित कराने,
मतदाता सूची का अवलोकन
एवं वाचन कराने, जन-जागरुकता के लिये वार्डों एवं गांवों में जागरुकता के लिये रैली निकाली जाये।
इन सभी गतिविधियों के संचालन के लिये राजस्व, महिला एवं बाल विकास विभाग,
महिला सशक्तिकरण विभाग,
सकूल शिक्षा विभाग,
पंचायत एवं ग्रामीण
विकास विभाग सहित अन्य विभाग समन्वय के साथ कार्य कर जागरुकता अभियान को सफल बनायेंगे।
समस्त अभियान के लिये संबंधित विकास खण्डों के मुख्य कार्यपालन अधिकारीगण प्रभारी अधिकारी
होंगे।
इन मतदान केन्द्रों पर पहुंचेगा दल
स्वीप प्लान के तहत यह जागरुकता
अभियान आज 3 नवंबर को बड़वारा के बसाड़ी के 3 केन्द्रों, प्राथमिक शाला भवन बरगवां के 4 केन्द्रों, कटनी के देवरी हटाई के 2 केन्द्रों, ढीमरखेड़ा के सैलारपुर,
बरौदा एवं सगौना के
3 केन्द्रों
में संचालित होगा। कल 4 नवंबर को बड़वारा के सल्हना, बड़ागांव, कटनी के कौडिया, ढीमरखेड़ा के भूला,
उमरियापान,
पिपरिया (झिन्ना) में
यह अभियान चलेगा।
अभियान के तीसरे दिन 5 नवंबर को बड़वारा विकास
खण्ड के रोहनिया, अमगवां, कटनी विकासखण्ड के बड़खेड़ा, ढीमरखेड़ा के मुडि़यापुरवा, धरवारा, देवरी (मड़वारी) में यह अभियान चलेगा।
‘‘सारे काम छोड़ दो,
सबसे पहले वोट दो‘‘ सहित अन्य नारों की गूंज
के साथ लोकतंत्र के महापर्व पर शतप्रतिशत मतदान करने के लिये 7 नवंबर यह अभियान बड़वारा
के भजिया, भगनवारा, ढीमरखेड़ा के पौनिया, डुली, भरगवां और महगर्वा में एवं अंतिम दिवस 8 नवंबर को बड़वारा के चांदन,
कटनी के केवलारी,
ढीमरखेड़ा के देवरी,
करही, दादर सिंहुड़ी, दशरमन में यह शिविर आयोजित
होंगे।
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